रांची
इस बार लोकसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर आनेजाने वाले वाहनों की निगरानी के लिए उनमें जीपीएस लगाया जायेगा। वहीं, 4D कैमरे से मतदान केंद्रों निगरानी और वेबकास्टिंग की जाएगी। इस वेबकास्टिंग को मुख्य निर्वाचन कार्यालय, जिला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के साथ भारत निर्वाचन आयोग के स्तर से मानिटरिंग किया जाना है। इस बार के मतदान में मतदान केंद्र के अंदर एवं बाहर दोनों ओर के फीड पर विभिन्न स्तरों से मानिटरिंग की जाएगी। इसकी जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने दी। इस बाबत कुमार ने आज एक अहम बैठक की।
वाहनों के बारे में दिये ये निर्देश
उन्होंने कहा कि मतदान कार्य में लगे वाहनों का भुगतान ससमय करते हुए उसे मतदान कार्य से मुक्त करें। वाहन के प्रबंधन में सभी जिलों के पदाधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य करें। किसी प्रकार के संशय की स्थिति में मुख्यालय में गठित वाहन प्रबंधन कोषांग से विमर्श कर निर्णय लें। उन्होंने कहा कि वाहनों के प्रबंधन में इस बात का ध्यान रखें कि निर्वाचन के दिन पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी सुगमता से बहाल रहे। उन्होंने चालकों की खुराकी, पेट्रोल पम्प मालिकों को एडवांस पेमेंट, वाहन मालिकों को एडवांस पेमेंट आदि विषयों पर जिलों में किये जा रहे कार्य को लेकर वाहन प्रबंधन की समीक्षा की। साथ ही इन सब का वीएमएस पोर्टल पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
जीपीएस ऐसे काम करेगा
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मतदान के लिए विभिन्न मतदान केंद्रों पर इवीएम पहुंचाने वाले वाहनों में जीपीएस लगाने का निर्देश दिया। इसकी मानिटरिंग करने एवं संधारण गृह में इवीएम के संधारण के उपरांत ही जीपीएस को हटाने का निर्देश दिया। बैठक में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संदीप सिंह, संयुक्त परिवहन आयुक्त प्रवीण कुमार प्रकाश सहित मुख्यालय एवं जिला स्तर पर गठित वेबकास्टिंग, जीपीएस ट्रैकिंग एवं ह्वीकल मैनेजमेंट प्रकोष्ठ के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित थे।
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